Random reads of OSHO... पहली तो बात हर किसी में साहस है। तुम्हें बचपन से ही इसका उपयोग करने नहीं दिया जाता। सारा समाज तुम्हें कायर बना देना चाहता है। समाज को कायरों की बहुत जरूरत है, क्योंकि समाज की उत्सुकता तुम्हें गुलाम बनाने में है। माता-पिता चाहते हैं कि तुम आज्ञाकारी बनो। तुम्हारा साहस शायद तुम्हें आज्ञाकारी न होने दे। तुम्हारे शिक्षक चाहते हैं कि तुम उनकी हर बात बिना प्रश्न उठाए स्वीकार कर लो; और फिर अगर तुममें साहस होगा तो तुम प्रश्न भी पूछ सकते हो। तुम्हारे पंडित पुरोहित चाहते हैं कि तुम उन पर भरोसा और विश्वास करो लेकिन तुम्हारा साहस संदेह निर्मित कर सकता है सभी निहित स्वार्थ साहस के, जो कि तुम्हारे व्यक्तित्व का स्वाभाविक अंग है, विरोध में है। कोई भी जन्म से कायर नहीं होता, कायर निर्मित किए जाते हैं। हर बच्चा साहसी होता है। मुझे आज तक कोई एक भी ऐसा बच्चा नहीं मिला है, जो साहसी न हो। क्या हो जाता है? यह गुण कहाँ खो जाता है? वही बच्चा, जब वह विश्वविद्यालय से बाहर आता है, कायर होता है। तुम्हारी सारी शिक्षा, तुम्हारा सभी धर्म, तुम्हारा पूरा समाज, तुम्हारे सभी संबंध- ...
there are no ordinary moments...